Chandra Grahan, Reason and Effects Of Chandra Grahan
Chandra Grahan, Reason and Effects Of Chandra Grahan |
Chandra Grahan चंद्र ग्रहण क्या है ?
चन्द्र ग्रहण जैसा कि नाम से ही पता चलताहै कि यह एक खगोलीय घटनाएं हैं जो हर वर्ष होती हैं, जब पृथ्वी, चन्द्र और सूर्य के बीच आ जाता हैं और धरती की पूर्ण अथावा आंशिक छाया चन्द्र पे पड़ती है और यह घटना एक सीधी रेखा होती हैं , सामान्यत यह घटना को हम नंगी आंखो से देखा जा सकता हैं।
साल का दूसरा चन्द्र ग्रहण 6 जून 2020 हो लगा और तीसरा 5 जुलाई 2020 को लगेगा
लेकिन कच्चे फल और सब्जियों में कोई बदलाव नहीं होता, लेकिन पका हुए भोजन में सम्पूर्ण बदलाव
आ जाता है जो पहले खाने योग्य होता हैं वो जहर बन जाता हैं।
यही आप भोजन करते हैं तो हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है जिससे आप मानसिक रूप से
असजग (unalert) की स्थिति में आ सकते हैं जब हम मानसिक रूप से सुस्त हो जाएंगे तो आपकी
जागरूकता पूर्ण रूप से नस्ट हो जाएगी।
इसीलिए स्वास्थ्य भोजन खाए और स्वास्थ्य रहे और जागरूक रहे जिससे आप जीवन में सही कार्य कर
सके।इसीलिए पका हुआ भोजन सामान्य दिन के बजाए बहुत तेज़ी से इस ग्रहण काल में सड़ने कि क्रिया
को तेज कर देता हैं।
लेकिन मन में सवाल ये भी आता है कि क्या ग्रहण कल में कच्चा भोजन कर सकते हैं तो मेरा जवाब होगा
नहीं, जाता विचार करिए जब हम कोई भी चीज कच्चे या पके हुए खाए और पेट में जाते ही हमारा भोजन
पेट में रासायनिक क्रिया के तहत कई सत्व उस पर क्रिया करने लगते हैं वो आधे पके भोजन की तरह हो
जाता हैं और उस पर भी ग्रहण का वही असर पड़ता हैं। आपके शरीर में भोजन मौजूद हैं तो दो घंटे के
समय मे ही हमारे शरीर भोजन की ऊर्जा लगभग 28 दिन बाद की अवस्था में पहुंच जाती हैं।
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आध्यात्मिक मान्यता के अनुसार चन्द्र ग्रहण के दरमियान चन्द्र पीड़ित हो जाता हैं जिससे मन में भ्रम कि
स्थिति पैदा होती हैं ऐसा इसलिए क्योंकि Chnadra (चन्द्र) को मन का कारक माना गया है सोचने
समझने का बल चन्द्र से मिलता हैं और यदि चन्द्र ही पीड़ित है तो मन भ्रमित होगा। जब मन भ्रम की
स्थिति हो तो पेट को खाली रखे जितना संभव हो सके जिससे आप चेतन की अवस्था में हो पाएंगे जो
कि चेतन रहने का एक कारगर तरीका है भूखा रहना।
Chandra Grahan में जब आप भुखे रहते है तब आप अपने जीवन के किसी एक आयाम पर सजग रह
कार ज्यादा फोकस कर पाएंगे और जब आपका पेट खाली होता है तो चेतन होने की काफी छमता
आपके अंदर घर कर जाएगी।
Chandra Grahan 2020 Dates and Time -
- 6 June 2020 - 11:16 PM to 02:34 AM
- 5 july 2020 - Time will be provided soon
Chandra Grahan से जुडी धारणाये :-
सामान्यतः हम सभी ने सुना होगा कि चन्द्र ग्रहण के समय खाना पीना न चाहिए इसे बारे में बहुत
भ्रांतियां हैं आइए जानते एक स्पष्ट और ठोस जानकारी आखिर ऐसा क्यों होता हैं-
भ्रांतियां हैं आइए जानते एक स्पष्ट और ठोस जानकारी आखिर ऐसा क्यों होता हैं-
Chandra Grahan, Reason and Effects Of Chandra Grahan |
वो घटना जो चंद्रमा के पूर्ण चक्र के दौरान 28 दिन। में होता है वो ग्रहण के मात्रा 2 से 3 घंटो में हो जाता हैं
और कुछ नकारात्मक किरणे निकलती है जिससे पृथ्वी ग्रह पर कुछ ऐसा घटित होता हैं जो पदार्थ अपने
real state से बहुत तेज़ी से final state खराब होने लगती हैं,! (Chandra Grahan)
और कुछ नकारात्मक किरणे निकलती है जिससे पृथ्वी ग्रह पर कुछ ऐसा घटित होता हैं जो पदार्थ अपने
real state से बहुत तेज़ी से final state खराब होने लगती हैं,! (Chandra Grahan)
पका हुआ भोजन इन्हीं किरणों की वजह से किसी सामान्य दिन के मुकाबले जल्दी खराब होता हैं, यदि
आपके शरीर में भोजन हैं और या आपने खाना खाया हैं जो इस ग्रहण काल के दौरान पका हुए भोजन
की ऊर्जा 28 दिन बाद की अवस्था में पहुंच जाती हैं।
आपके शरीर में भोजन हैं और या आपने खाना खाया हैं जो इस ग्रहण काल के दौरान पका हुए भोजन
की ऊर्जा 28 दिन बाद की अवस्था में पहुंच जाती हैं।
लेकिन कच्चे फल और सब्जियों में कोई बदलाव नहीं होता, लेकिन पका हुए भोजन में सम्पूर्ण बदलाव
आ जाता है जो पहले खाने योग्य होता हैं वो जहर बन जाता हैं।
Chandra Grahan के समय क्यों नहीं करते हैं भोजन?
असजग (unalert) की स्थिति में आ सकते हैं जब हम मानसिक रूप से सुस्त हो जाएंगे तो आपकी
जागरूकता पूर्ण रूप से नस्ट हो जाएगी।
इसीलिए स्वास्थ्य भोजन खाए और स्वास्थ्य रहे और जागरूक रहे जिससे आप जीवन में सही कार्य कर
सके।इसीलिए पका हुआ भोजन सामान्य दिन के बजाए बहुत तेज़ी से इस ग्रहण काल में सड़ने कि क्रिया
को तेज कर देता हैं।
लेकिन मन में सवाल ये भी आता है कि क्या ग्रहण कल में कच्चा भोजन कर सकते हैं तो मेरा जवाब होगा
नहीं, जाता विचार करिए जब हम कोई भी चीज कच्चे या पके हुए खाए और पेट में जाते ही हमारा भोजन
पेट में रासायनिक क्रिया के तहत कई सत्व उस पर क्रिया करने लगते हैं वो आधे पके भोजन की तरह हो
जाता हैं और उस पर भी ग्रहण का वही असर पड़ता हैं। आपके शरीर में भोजन मौजूद हैं तो दो घंटे के
समय मे ही हमारे शरीर भोजन की ऊर्जा लगभग 28 दिन बाद की अवस्था में पहुंच जाती हैं।
Chandra Grahan, Reason and Effects Of Chandra Grahan |
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Chandra Grahan की आध्यात्मिक मान्यता :-
आध्यात्मिक मान्यता के अनुसार चन्द्र ग्रहण के दरमियान चन्द्र पीड़ित हो जाता हैं जिससे मन में भ्रम कि
स्थिति पैदा होती हैं ऐसा इसलिए क्योंकि Chnadra (चन्द्र) को मन का कारक माना गया है सोचने
समझने का बल चन्द्र से मिलता हैं और यदि चन्द्र ही पीड़ित है तो मन भ्रमित होगा। जब मन भ्रम की
स्थिति हो तो पेट को खाली रखे जितना संभव हो सके जिससे आप चेतन की अवस्था में हो पाएंगे जो
कि चेतन रहने का एक कारगर तरीका है भूखा रहना।
Chandra Grahan में जब आप भुखे रहते है तब आप अपने जीवन के किसी एक आयाम पर सजग रह
कार ज्यादा फोकस कर पाएंगे और जब आपका पेट खाली होता है तो चेतन होने की काफी छमता
आपके अंदर घर कर जाएगी।
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